Navratri 2023 नवरात्रि: मां दुर्गा की आराधना के नौ दिन और नौ दिन के विशेष भोग। जानें नवरात्रि के हर दिन का महत्व और प्रसाद के बारे में और अपनी आराधना को श्रेष्ठ बनाएं।
नवरात्रि का महत्व (Navratri 2023)
नवरात्रि, हिन्दू धर्म में मां दुर्गा की आराधना का महान उत्सव है। यह पर्व भगवान दुर्गा की शक्ति और प्राकट्य की अद्वितीयता को मनाता है। यह नौ दिन चलने वाला उत्सव भक्ति, श्रद्धा, और समर्पण की अद्वितीयता से भरा होता है।
नवरात्रि के आगमन का समय
नवरात्रि 2023 का आयोजन 29 सितंबर को शुरू हुआ था। इस उत्सव में मां दुर्गा की नौ विशेष रूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है।
नवदुर्गा: नौ अवतार
नवरात्रि के नौ दिनों में भगवान दुर्गा के नौ विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है।
- शैलपुत्री: पहली दिन की पूजा शैलपुत्री को समर्पित है, जो पर्वतराज हिमालय की पुत्री हैं।
- ब्रह्मचारिणी: दूसरे दिन की पूजा ब्रह्मचारिणी को समर्पित है, जो तपस्या की देवी हैं।
- चंद्रघंटा: तीसरे दिन की पूजा चंद्रघंटा को समर्पित है, जिनका नाम उनकी पहचान है।
- कूष्माण्डा: चौथे दिन की पूजा कूष्माण्डा को समर्पित है, जो सृष्टि की देवी हैं।
- स्कंदमाता: पाँचवे दिन की पूजा स्कंदमाता को समर्पित है, जो कार्तिक मास की माता हैं।
- कात्यायनी: छठे दिन की पूजा कात्यायनी को समर्पित है, जो महिषासुर मर्दिनी हैं।
- कालरात्रि: सातवे दिन की पूजा कालरात्रि को समर्पित है, जो अंधकासुर की वधनी हैं।
- महागौरी: आठवे दिन की पूजा महागौरी को समर्पित है, जो भगवान शिव की पार्वती हैं।
- सिद्धिदात्री: नौवे दिन की पूजा सिद्धिदात्री को समर्पित है, जो सिद्धियों की देवी हैं।
नवरात्रि के 9 रंग: जानिए हर दिन का ख़ास महत्व
नवरात्रि एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो नौ दिनों तक मनाया जाता है। इन नौ दिनों में हर दिन एक विशेष रंग का महत्व होता है, जिन्हें नवरात्रि के 9 रंग के रूप में जाना जाता है। इन रंगों के पालन और पूजा करने से भक्त आदिशक्ति मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करते हैं और जीवन में सुख, समृद्धि, और सफलता प्राप्त करने की कामना करते हैं।
किस दिन कौन सा रंग पहनना है?
- पहले दिन: नारंगी (Orange) यह रंग ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक है। यह त्योहार की शुरुआत का सूचक होता है।
- दूसरे दिन: सफेद (White) सफेद पवित्रता और शांति का प्रतीक है। भक्त देवी ब्रह्मचारिणी का आशीर्वाद मांगते हैं।
- तीसरे दिन: लाल (Red) लाल ताकत और शक्ति को सूचित करता है। यह दिन भगवती चंद्रघंटा को समर्पित है।
- चौथे दिन: रॉयल ब्लू (Royal Blue) रॉयल ब्लू संकल्प को दर्शाता है। इस दिन देवी कुष्मांडा की पूजा की जाती है।
- पांचवें दिन: पीला (Yellow) पीला आनंद और उजालाई को सूचित करता है। भक्त देवी स्कंदमाता का आशीर्वाद मांगते हैं।
- छठे दिन: हरा (Green) हरा विकास और सामंजस्य को प्रतिष्ठित करता है। इस दिन भक्त देवी कात्यायनी की पूजा करते हैं।
- सातवें दिन: ग्रे (Grey) ग्रे जीवन के परिवर्तन को सूचित करता है। भक्त देवी कालरात्रि के आशीर्वाद की मांग करते हैं।
- आठवें दिन: पर्पल (Purple) पर्पल में उम्मीद और शक्ति को सूचित करता है। इस दिन देवी महागौरी की पूजा करते हैं।
- नौवें दिन: पीकॉक ग्रीन (Peacock Green) पीकॉक ग्रीन नए आरंभ और शुभता का प्रतीक है। इस दिन भक्त देवी सिद्धिदात्री की पूजा करते हैं।
नवरात्रि के 9 दिन पूजा कैसे करें?
नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान, हिन्दू परंपरागत रूप में मां दुर्गा की पूजा की जाती है। प्रतिदिन, भक्त अपने मन्दिर में दुर्गा माता की मूर्ति की पूजा करते हैं, जल, फूल, और पुष्प माला चढ़ाते हैं और आरती गाते हैं।
नवरात्रि में नौ दिन, नौ भोग: जानिए किस दिन कौन-सा ख़ास भोग लगाएं
नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ विभिन्न रूपों की आराधना की जाती है, और हर दिन को एक विशेष रंग से जोड़ा जाता है। इसी तरह, प्रति दिन मां को विशेष भोग लगाए जाते हैं:
- पहला दिन (प्रतिपदा) – घी, पुरी, चने
- दूसरा दिन (द्वितीया) – सिंघाड़े के लड्डू, कुट्टू का हलवा
- तीसरा दिन (तृतीया) – मखाने की खीर
- चौथा दिन (चतुर्थी) – मलपुआ, इमली वाले चावल
- पांचवा दिन (पंचमी) – साबूदाना खिचड़ी
- छठा दिन (षष्ठी) – अरबी की सब्ज़ी, साबूदाना वड़ा
- सातवाँ दिन (सप्तमी) – पूरी, छोले, सूजी का हलवा
- आठवाँ दिन (अष्टमी) – कलादी, पूरी
- नौवाँ दिन (नवमी) – पनीर, खीर
इन विशेष भोगों का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो श्रद्धालु नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा के दौरान चढ़ाते हैं। यह परंपरागत भारतीय उत्सव का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो आत्मा की शांति और संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है।
नवरात्रि की खासियतें
- नवरात्रि के इन नौ दिनों में भगवान दुर्गा की पूजा, अर्चना, और आरती की जाती है, जिनसे भक्त उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।
- यह उत्सव समाज में आपसी अखंडता, प्रेम, और समर्पण की भावना को बढ़ावा देता है।
- नवरात्रि के दौरान व्रत, उपवास, और भगवान की पूजा का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
नवरात्रि का आयोजन विशेष रूप से भारत, नेपाल, और बांग्लादेश में होता है, लेकिन यह उत्सव पूरी दुनिया में हिन्दू समुदाय द्वारा मनाया जाता है। नवरात्रि के इन नौ दिनों में भगवान दुर्गा की आराधना और मनाने से भक्त सुख, संतोष, और समृद्धि की प्राप्ति का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।